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Om Dum Durgayei Namaha: ॐ दूँ दुर्गाये नमः मंत्र – माँ दुर्गा के प्रति श्रद्धा और समर्पण भाव

माँ दुर्गा की उपासना भारतीय परम्परा में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। उनकी शक्ति और सहनुभूति का प्रतीक ॐ दूँ दुर्गाये नमः (Om Dum Durgayei Namaha) मंत्र है। इस मंत्र की महिमा और प्रभाव के प्रति हमारी भारतीय संस्कृति में विशेष आस्था है।

ॐ दूँ दुर्गाये नमः मंत्र की उत्पत्ति (Origin of Om Dum Durgayei Namaha mantra in Hindi)

‘ॐ दूँ दुर्गाये नमः’ मंत्र का उदगम देवी भागवत पुराण, एक प्राचीन हिंदू ग्रंथ से होता है। इस मंत्र के उच्चारण से हम मां दुर्गा के प्रति अपनी श्रद्धा और समर्पण भाव को व्यक्त करते हैं।

दुर्गा मंत्र का शाब्दिक अर्थ

  • ओउम् – एक प्रणवाक्षर है जो सामान्य रूप से ब्रह्म को दर्शाता है। यह त्रिदेवों यानि ब्रह्मा, विष्णु और महेश का प्रतीक है। इससे मंत्र की शक्ति बढती है।
  • दूँ – यह माँ दुर्गा का बीज मंत्र है। इसका जप करने से माँ दुर्गा की विशेष कृपा प्राप्त होती है। या बीज मंत्र देवी दुर्गा के प्रकृति और शक्ति का आह्वान करती है।
  • दुर्गायै – माँ दुर्गा के समस्त रूपों का आह्वान और देवी दुर्गा के पास जो शक्ति है, उस शक्ति को पुकारती है।
  • नमः – नमस्कार या प्रणाम करना।

ॐ दूँ दुर्गाये नमः भावार्थ :

ब्रह्मा, विष्णु और महेश रुपी शक्ति माँ भगवती आपके बीज मंत्र में आपकी ऊर्जा समाहित है। हम आपको प्रणाम करते हैं।

ॐ दूँ दुर्गाये नमः भावार्थ
ॐ दूँ दुर्गाये नमः भावार्थ | om dum durgayei namaha

दुर्गा मंत्र जपने की विधि

मंत्र जपने से पहले, अपने मन को शांत करें और मां दुर्गा के रूप को ध्यान में लाएं। फिर, धीरे-धीरे और ध्यान से ‘ओउम् दुम् दुर्गायै नमः’ मंत्र का उच्चारण करें। इस मंत्र का जाप रोजाना सुबह या शाम किया जा सकता है।

दुर्गा मंत्र जपने के फायदे (Om Dum Durgayei Namaha mantra benefits in Hindi)

  • आंतरिक शांति: इस दुर्गा मंत्र का उच्चारण करके मन को शांत करना संभव है। इससे आपको आंतरिक शांति मिलती है।
  • रोग निवारण: मां दुर्गा की कृपा पाने के लिए इस मंत्र का उच्चारण किया जा सकता है। बहुत से लोग इस मंत्र का उच्चारण रोग निवारण के लिए करते हैं।
  • मानसिक स्थिरता: मंत्र जपने से मन की स्थिरता बढ़ती है। इस व्यक्ति अपने जीवन की प्रशंसा में स्थिर रहता है।
  • सुरक्षा: मंत्र देवी दुर्गा की सुरक्षात्मक आभा का आह्वान करता है। इसका नियमित जाप नकारात्मक प्रभावों के खिलाफ एक ढाल बना सकता है, शारीरिक और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा दे सकता है।
  • साहस और आत्मविश्वास: मंत्र की कंपन ऊर्जा आत्मविश्वास और साहस पैदा कर सकती है, जिससे आपको जीवन की चुनौतियों का सामना शालीनता से करने में मदद मिलेगी।
  • मन की स्पष्टता: इस मंत्र का जाप मानसिक अव्यवस्था को दूर कर सकता है, जिससे आपके विचारों और कार्यों में स्पष्टता और ध्यान केंद्रित होता है।
  • ताकत: यह भौतिक और आध्यात्मिक दोनों क्षेत्रों में बाधाओं को दूर करने के लिए आंतरिक शक्ति और लचीलापन प्रदान करता है।

मंत्र जपने में सावधानिया

मंत्र जपने से पहले, इसका उच्चारण सही तरीके से करें। सावधान रहें, इस मंत्र के प्रभाव में वृद्धि होती है। ध्यान रहे, इस मंत्र का उच्चारण सात्विक भावना के साथ किया जाना चाहिए।

निष्कर्ष

‘ॐ दुम दुर्गायै नमः’ मंत्र का उच्चारण, एक आंख से लिपटी मां दुर्गा की पूजा और श्रद्धा का एक महत्वपूर्ण हिसा है। क्या मंत्र के उच्चरण से मनुष्य अपने जीवन की समस्याओं का समाधान ढूंढ़ सकता है और मां दुर्गा से आशीर्वाद प्राप्त कर सकता है। इस मंत्र को समझकर और समर्पित भाव से जपने से व्यक्ति अपने जीवन में शांति और समृद्धि प्राप्त कर सकता है।

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Manish Singh
Manish Singhhttps://infojankari.com/
मनीष एक डिजिटल मार्केटर प्रोफेशनल होने के साथ साथ धर्म और अध्यात्म में रुचि रखते हैं। अपने आध्यात्मिक गुरुजी श्री विजय सैनी जी को दूसरा जीवनदाता मानते हैं और उनके द्वारा दिए गए उपदेशों और शिक्षा को सर्वजन तक पहुचाने की कोशिश कर रहे हैं।
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