एक वेट बाजार (wet market) वो बाजार है, जहाँ ताजा मांस, मछली, समुद्री जीव, इत्यादि जल्दी ख़राब होने वाले चीजों की बिक्री की जाती है। यह शुष्क बाजारों (dry markets ) से अलग है, जो कपड़े और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे टिकाऊ सामान बेचते हैं। कुछ वेट बाजार ज़िंदा जानवरो को भी बेचते हैं। सभी वेट बाजार जीवित पशुओं को नहीं बेचते हैं।
वेट मार्केट्स की उत्पत्ति एशियाई देशों में हुई, जहाँ ये आज भी स्थानीय समुदायों के लिए खाद्य आपूर्ति का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं। हालांकि, इन बाजारों में स्वच्छता की समस्या भी हो सकती है, जिसके कारण खाद्य सुरक्षा को लेकर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
वेट मार्केट और कोविड-19 (Wet markets and COVID-19)
ऐसा ही एक बाजार, वुहान में हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट (Huanan Seafood Wholesale Market, Wuhan) है, जिसे COVID -19 (कोरोनोवायरस महामारी – 2019) को फ़ैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका मानी जाती है।
वेट मार्केट (Wet Market) क्या है?
वेट मार्केट ऐसे बाज़ार होते हैं जहां ताज़ी सामग्री बेची जाती है, विशेष रूप से ताज़ा मांस, समुद्री भोजन, फल और सब्ज़ियां। इन बाज़ारों में उत्पाद ताज़ा होते हैं और जल से धुले जाते हैं, इसलिए इसे “वेट मार्केट” कहा जाता है। इस प्रकार के बाजार विशेष रूप से एशियाई देशों में आम हैं और स्थानीय उत्पादन के लिए एक प्रमुख स्रोत हैं।
पारंपरिक वेट बाजार आमतौर पर अस्थायी शेड, खुली हवा वाली जगहों पर या आंशिक रूप से खुले व्यावसायिक जगहों पर बनाये जाते हैं।आधुनिक वेट बाजार एयर कंडिशन्ड इमारतों में बेहतर वेंटिलेशन, ठंड और प्रशीतन सुविधाओं के साथ बनाये जाते हैं।
वेट मार्केट की उत्पत्ति और इतिहास
वेट मार्केट (wet market) का इतिहास बहुत पुराना है। इनकी उत्पत्ति एशिया में हुई, खासकर चीन और दक्षिण-पूर्वी एशिया में। ये बाज़ार पारंपरिक रूप से स्थानीय समुदायों को ताज़ा और सस्ता भोजन उपलब्ध कराने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहे हैं। आधुनिक समय में भी, वेट मार्केट ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में एक अहम भूमिका निभाते हैं।
वेट मार्केट (wet market) शब्द का सर्वप्रथम उपयोग 1970 के दशक की शुरुआत में सिंगापुर सरकार ने इस्तेमाल किया था। ऐसा करने के पीछे उनका उद्देश्य इन बाजारों की पहचान को पारंपरिक बाजारों से अलग करना था। वेट मार्केट शब्द सिंगापुर में इतना लोकप्रिय हुआ की ऑक्सफ़ोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी ने इसको अपने शब्दकोष में जगह दी।
वेट मार्केट में उपलब्ध चीज़ें (Things available in wet market)
वेट मार्केट में मुख्यतः ताज़ा मांस, मछली, सब्ज़ियां, और फल उपलब्ध होते हैं। कुछ बाज़ारों में लाइव जानवर भी बेचे जाते हैं, जिन्हें ग्राहक की मांग पर ताज़ा रूप में तैयार किया जाता है। इसके अलावा, बाज़ार में मसाले, दालें, और अन्य रोज़मर्रा के भोजन से संबंधित सामग्री भी मिलती हैं।
वेट मार्केट और स्वास्थ्य सुरक्षा
वेट मार्केट में स्वच्छता और स्वास्थ्य सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाता है, लेकिन कई बार अस्वच्छ स्थितियां भी देखी गई हैं, जिससे संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, ऐसे बाजारों में खाद्य सुरक्षा के मानकों को सख्ती से लागू करना आवश्यक होता है।
वेट मार्केट बनाम सुपरमार्केट (difference between wet market and supermarket)
वेट मार्केट और सुपरमार्केट के बीच मुख्य अंतर ताज़गी और स्थानीय उत्पादन का होता है। सुपरमार्केट में अधिकांश खाद्य पदार्थ पैकेज्ड और लंबे समय तक संरक्षित होते हैं, जबकि वेट मार्केट में ताज़ा उत्पादों को प्राथमिकता दी जाती है। वेट मार्केट आमतौर पर अधिक किफायती होते हैं और सीधे किसानों और छोटे विक्रेताओं से जुड़े होते हैं।
वेट मार्केट के फायदे और नुकसान
वेट मार्केट के प्रमुख फायदे हैं ताज़गी, स्थानीय उत्पादों की उपलब्धता, और कम कीमत। हालांकि, इन बाज़ारों में स्वच्छता की कमी एक बड़ी समस्या हो सकती है, और ताजे मांस और मछली को सुरक्षित रूप से रखने की व्यवस्था हमेशा उचित नहीं होती।
भारत में वेट मार्केट का महत्व
भारत के अधिकांश हिस्सों में वेट मार्केट स्थानीय खाद्य आपूर्ति का एक प्रमुख स्रोत हैं। ये बाजार छोटे और मध्यम किसान और मछुआरों के लिए आय का मुख्य स्रोत होते हैं और शहरी क्षेत्रों में स्थानीय उपभोक्ताओं को ताजे और सस्ते उत्पाद उपलब्ध कराते हैं।
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