किसी भी प्रक्षेपण यान के किसी ग्रह पर उतरने पर उस उतरने वाले स्थान को एक नाम देने की परंपरा है। यह परंपरा सभी देश और संस्थान निभाते हैं। जिस स्थान पर चंद्रयान 3 (Chandrayaan 3) का विक्रम लैंडर उतरा था उस स्थान का नाम भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने शिव शक्ति पॉइंट (Shiv Shakti Point) रखा है।
शिव शक्ति नाम क्यों रखा गया? (What is Shiv Shakti Point)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा चंद्रयान ३ के लैंडर के उतरने का नाम शिव शक्ति (Shiv Shakti) बहुत सोच समझकर दिया गया है। ये उनके आध्यात्मिक ज्ञान को दर्शाता है। “शिव” में मानव कल्याण का संकल्प समाहित हैं, और “शक्ति” से हमें उन संकल्पो को पूरा करने का सामर्थ्य हासिल होता है। शक्ति एक माध्यम है, जिससे हम किसी भी सपने को पूरा करने की क्षमता प्राप्त करते हैं। भारत के प्रधान मंत्री के अनुसार; शक्ति नाम हिमालय (शिव का प्रतिनिधित्व करता है) से कन्याकुमारी (शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है) तक भारत देश का प्रतिनिधित्व करता है। शिव शक्ति प्वाइंट भारत की वैज्ञानिक और दार्शनिक सोच का गवाह बनेगा।
वेदों और शास्त्रों के अनुसार शिव शक्ति (Shiv Shakti) का अर्थ
शिव शक्ति, जीवन के दो सबसे महत्वपूर्ण कारक; यानी पुल्लिंग और स्त्रीलिंग या हम दक्षिणावर्त (clockwise) और वामावर्त (counterclockwise); कह सकते हैं।
शिव संकल्प मंत्र
संस्कृत में:
येन कर्मण्यपसो मनीषिनोयज्ञेकृण्वन्ति विद्थेषु धीराः।
यदपूर्वं यक्षमन्तः प्रजानां तन्मे मनः शिवसंकल्पमस्तु।।
अंग्रेजी में:
Yen Karmanyapaso Maneeshinoyagye krinvanti vidtheshu Dheerah|
Yadpurvam Yakshmantah Prajanan Tanme Manah Shivsankalpamastu||
शिव संकल्प मंत्र का भावार्थ (Shiv Shakti mantra meaning in Hindi)
जिस मन से हम अपना कर्तव्य निभाते हैं, वह विचार और ज्ञान को गति देता है और जो सबके भीतर विद्यमान है, वह शुभ एवं कल्याणकारी संकल्पों से जुड़ा होता है। मानव कल्याण की पूर्ति के लिए शक्ति का आशीर्वाद आवश्यक है।
शक्ति मंत्र और उसका अर्थ
श्री दुर्गा सप्तशती में लिखा गया है:
संस्कृत में:
सृष्टि स्थिति विनाशानां शक्तिभूते सनातनि!
गुणाश्रये गुणमये नारायणि! नमोऽस्तु ते॥
अंग्रेजी में:
Srishti sthiti vinashanam shaktibhoote sanatani।
Gunashraye Gunmaye Narayani! Namostu te।।
शक्ति मंत्र का अर्थ (Shakti mantra meaning in Hindi)
आपमें सृजन, पालन और संहार की शक्ति है, आप सनातन देवी हैं, गुणों का आधार हैं और सभी गुणों से युक्त हैं। नारायणी! आपको नमस्कार है
शक्ति मंत्र का सार
नारी शक्ति ही सृष्टि से लेकर विनाश (प्रलय) तक संपूर्ण सृष्टि का आधार है।
इस प्रकार शिव शक्ति पॉइंट नाम वैश्विक स्तर पर मानव कल्याण के लिए शक्ति (शक्ति) की मदद से सपने को पूरा करने के भारत के संकल्प को दर्शाता है।
तिरंगा प्वाइंट – जहां चंद्रयान 2 ने अपने पदचिह्न छोड़े
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने चंद्रयान 2 (Chandrayaan 2) के द्वारा छोड़े गए पद्चिन्ह का नाम भी रखा। अब उस जगह का नाम ‘तिरंगा प्वाइंट’ रखा गया है, जहां चंद्रयान 2 ने अपने पदचिह्न छोड़े थे।
अपने पाठकों को यह जानकारी देना चाहेंगे कि, भारत का चंद्रयान 2 मिशन असफल रहा था और तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान 2 के पदचिह्न को कोई नाम नहीं दिया था। भारतवर्ष ने उस समय भविष्य में चंद्रयान 3 की सफलता के बाद इसे एक नाम देने का संकल्प लिया था।
उनके अनुसार, यह तिरंगा पॉइंट (Tiranga Point) नाम पूरे मानव जाती को सिखाएगा कि कोई भी विफलता या असफलता अंतिम नहीं होती है और यदि दृढ़ इच्छाशक्ति है, तो सफलता अवश्य मिलेगी।
‘जवाहर स्थल’ या ‘जवाहर पॉइंट’ – चंद्रयान-1
भारत ने अपना सबसे पहला चंद्र मिशन चंद्रयान-1, 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च किया गया था। हालाँकि यह प्रक्षेपण सफल नहीं रहा था और मून इम्पैक्ट प्रोब 14 नवंबर को चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिस स्थान पर यह दुर्घटना हुयी थी, उसका नाम देश के पहले प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाम पर ‘जवाहर स्थल’ या ‘जवाहर पॉइंट’ रखा गया था।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस – 23 अगस्त
इस अवसर पर, श्री नरेंद्र मोदी ने 23 अगस्त (जिस दिन चंद्रयान 3 सफलतापूर्वक चंद्रमा पर पहुंचा था) को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (National Space Day) के रूप में घोषित किया। उनके मुताबिक यह दिन हमें अंतरिक्ष के क्षेत्र में और अधिक काम करने की याद दिलाएगा और भविष्य में लोगो को इस ओर जाने की प्रेरणा देगा।
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