Yoga For Students: जब बच्चे बीमार होते हैं, तो सबसे कठिन समस्या यह होती है कि वे अक्सर खुद को मौखिक रूप से व्यक्त करने में असमर्थ होते हैं या पीड़ा को संभाल नहीं पाते हैं, और उनके माता-पिता उनकी कठिनाइयों के प्रति अनभिज्ञ होते हैं। हालांकि, अगर युवाओं को रोजाना योग या व्यायाम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए, तो उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होगा और वे बीमारी की चपेट में कम आएंगे। तो, आज के लेख में, हम आपको कुछ ऐसे योगासन दिखाएंगे, जो न केवल बच्चे को पूरी तरह से विकसित होने में मदद करते हैं, बल्कि उन्हें कम बीमार पड़ने में भी मदद करते हैं। बस बच्चों को ये योगासन रोज़ सिर्फ 30 मिनट करवाएं और उनका पूर्ण विकास सुनिश्चित करें |
स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए ५ (5) महत्वपूर्ण योग आसन (5 Important yoga asanas for school students)
बच्चो के लिये कम से कम ३० मिनट का योगाभ्यास (30 minutes yogasanas), व्यायाम (exercise) जरूर होना चाहिए। आमतौर पर बच्चे १४-१६ घंटे (14-16 hours) पढाई , ट्यूशन, स्कूल आना-जाना, खाने-पीने और सोने में लगा देते हैं। इस भागदौड़ की ज़िन्दगी और टूटते परिवार के बीच बच्चे मशीनी जीवन जीने लग गये हैं।
छात्रों के लिए योग के लाभ (benefits of yoga for students in hindi)
- लम्बाई बढ़ाने में सहायक है। (Asana increase height)
- एकाग्रता बढ़ाती है। (concentration increases by asana)
- मानसिक तनाव कम करती है। (yogasana reduces mental stress)
- शारीरिक लचीलापन बढ़ता है। (Yoga asanas increase body flexibility)
- स्मृति बढ़ने में मददगार है। (asana increase memory power)
- प्राणायाम के लगातार अभ्यास से फेफड़ो का स्वास्थ्य बढ़ता है और श्वासरोग में लाभ मिलता है।
- योगाभ्यास के लगातार अभ्यास से मानसिक मजबूती आती है और विद्यार्थी समाज और देश के लिए योगदान दे सकते हैं।
योग और आसन बच्चों में स्वास्थ्य और जागरूकता लाने के साथ साथ उनको ओजस्वी और तेजस्वी बनाते हैं और साथ ही साथ देश और समाज के प्रति जागरूकता लाने में सहायक हैं।
प्रत्येक बच्चे को रोज़ ५-१० मिनट प्राणायाम जरूर करना चाहिए जिससे उनकी स्मृति, एवं एकाग्रता में वृद्धि हो सके। साथ ही साथ भरपूर ऑक्सीजन की आपूर्ति फेफड़ों में होने से स्वास्थ्य भी प्रबल होता है। लेकिन सिर्फ प्राणायाम से काम नहीं चलने वाला, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिये योग आसनों का अभ्यास भी अत्यन्तावश्यक है।
तो आइये इस लेख में जानते हैं बच्चों के लिए पांच बेहतरीन योग आसान जो उन्हें चुस्त और दुरुस्त बनाएगा।
१. शीर्षासन (Headstand – Shirsasana for students in hindi)
शीर्षासन दो शब्दों से मिलकर बना है शीर्ष और आसन। शीर्षासन को आसनों का राजा कहा जाता है। बच्चों को यह आसन १ से २ मिनट तक करना चाहिए।
लाभ: शीर्षाासन से बच्चों का दिमाग तेज़ होता है और एकाग्रता बढ़ती है। जिनका मन पढाई में न लग रहा हो, वो पढाई में ध्यान देने लगते हैं। चूंकि इस आसन से शुद्ध रक्त का प्रवाह मस्तिष्क की ओर होता है तो आँख. कान, नाक आदि को आरोग्य मिलता है। पिट्यूटरी एवं पीनियल ग्रंथि (ग्लैंड) को स्वस्थ करता है यह आसन जिससे, मस्तिष्क सक्रिय होता है और स्मृति, मेधा शक्ति, तथा धारण शक्ति बढ़ता है।
शीर्षासन पर विस्तृत जानकारी पढ़ें: शीर्षासन (Sirsasana) : करने की विधि, समय, फायदे एवं सावधानियां
२. सर्वांगासन (Sarvangasana for students in hindi)
आसनों में यह सबसे फायदेमंद आसनों की सूची में दूसरे नंबर पर आता है। जो शीर्षासन नहीं कर सकते या जिन्हे शीर्षासन करने की मनाही है, वो भी सर्वांगासन कर सकते हैं। यह आसन १-२ मिनट तक किया जा सकता है।
लाभ : इस आसन के द्वारा थायरॉयड एवं पिट्यूटरी ग्लैंड के क्रियाशील होने के कारण बच्चों के कद वृद्धि (लम्बाई) बढ़ाने में सहायता मिलती है। बाकि लाभ जैसे मेधा शक्ति का बढ़ना, एकाग्रता में सहायक होना, शीर्षासन जैसे ही हैं। इस आसन से थकावट, एवं तनाव में रहत मिलता है।
सर्वांगासन पर विस्तृत जानकारी पढ़ें:
३. हलासन (Halasana pose for students in Hindi)
बच्चों को यह आसन जरूर सीखना चाहिए। इस आसन के द्वारा मेरुदंड को स्वस्थ एवं लचीला बनाया जा सकता है। जिससे बच्चें खेल-कूद, व्यायाम, एवं एथेलेटिक्स में प्रभावी हो सकते हैं। यह आसन बच्चों में मोटापे की समस्या को भी दूर करता है।
जो बच्चे हलासन नहीं कर सकते उन्हें मण्डूकासन या शशकासन का अभ्यास करना चाहिए।
हलासन पर विस्तृत जानकारी पढ़ें:
४. चक्रासन (Chakrasan yoga for students in Hindi)
बच्चों के लिए चक्रासन एक बहुलाभ वाला आसन है। इस आसन के अभ्यास से रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है। भूख भी अच्छी लगती है और आँत सक्रिय होते हैं। इस आसन के अभ्यास के स्वरुप शरीर में स्फूर्ति, शक्ति, एवं चेहरे का तेज़ बढ़ता है। जिन बच्चो को श्वासरोग, सर-दर्द, या नेत्र विकार हों उनके लिए यह रामबाण की तरह कार्य करता है।
चक्रासन पर विस्तृत जानकारी पढ़ें: Chakrasana: चक्रासन योग विधि, फायदे एवं सावधानियां
५. पश्चिमोत्तासन (Paschimotasana yoga for students in Hindi)
स्कूल जाने वाले विद्यार्थियों के लिए पश्चिमोत्तासन एक अत्यंत ही लाभकारी आसन है। इस आसन के अभ्यास स्वरुप बच्चो की पीठ की मांसपेशियां फैलती हैं और स्वस्थ होती है। पेट के मांसपेशियों में भी संकुचन होने से पेट का स्वास्थ्य सुधरता है। योग शास्त्रों के अनुसार या आसन प्राणों को सुषुम्णा की ओर उन्मुख करता है जिससे कुण्डलिनी जागरण में सहायता मिलती है। बच्चो की एकाग्रता बढती है और पढाई में मन भी लगता है।
पश्चिमोत्तासन पर विस्तृत जानकारी पढ़ें: